ये भारत है,, यहाँ बहू सबको चाहिए
लेकिन अपने घर में बेटी का जन्म कोई नहीं चाहता,,
सबको नमरात्रि में कन्या पूजन करना
है लेकिन घर में कन्या के रूप में देवी खुद चलकर आए ये कोई नहीं चाहता।।
बेटियों के साथ भेदभाव का ये नजरिया
नया नहीं है,, सदियों से भारत में बेटियों के खिलाफ नफरत और हिंसा का माहौल है।।
अगर माँ के गर्भ में बटी है ऐसा पहले
पता चल जाए तो गर्भ में हीं अगर ना पता चल पाया तो जन्म लेते ही औऱ अगर बेटी
किश्मत की कुछ ज्यादा ही धनी हुई और अगर जिंदा बच गई तो 5 साल की होते होते माँ
बाप के गुस्से का शिकार होकर एक ना एक दिन जिंदगी से हाथ धो बैठेगी और अगर उसके
साथ यहाँ तक भी कुछ गलत नहीं हुआ तो बड़ी होकर बलात्कार, तिरष्कार औऱ भेदभाव का
शिकार तो हो ही जाएगी।।
बेटी के जन्म पर कुछ लोग ऐसे विलाप
करते है जैसे ना जाने कौन की विपत्ति की पहाड़ टूट पड़ा हो।।
शायद वो लोग ये नहीं जानते कि बेटी
के बिना जीवन की कल्पना करना बेमानी है,, बेटी के बिना जीवन असंभव है,,
बेटी नो होगी तो माँ नहीं होगी, बेटी
ना होगी तो बहन नहीं होगी, बेटी नहीं होगी तो मामी, नानी, चाची , दीदी और ना जाने
कितने रिश्ते ना होंगे।।
सामाजिक तानाबाना बिगड़ जाएगा,, जीवन
अस्थिर हो जाएगा,, भाईयों के हाथों की कलाइयां सूनी रहेंगी,, घर में बच्चों की
किलकारिया नहीं होंगी,,
घर में सीता सी बहू ना होगी,, घर में
लक्ष्मी सी बेटी ना होगीं,,
अगर आप चाहते हो कि समाज का तानाबाना
अच्छा रहें तो बेटियों को कोख में ही मार मत दो,,
उनको बचाओं उनको पढ़ाओं हर बेटी
में,, सुश्मिता सेन, कल्पना चावला, ऐश्वर्या, गीता-बबीता बनने का जज्बा हौसला औऱ
काबीलियत तीनों है,, जरूरत है तो उसको सही ढंग से तरासनें की,, उसकी रक्षा करने की
उसकी देखभाल करने की,,
अपनी बेटियों को पढ़ाइयें क्या पता
कल की कल्पना आपके घर से ही निकलें ,, क्या पता पूरी दुनिया में देश का नाम रौशन
करने वाली गीता-बबीता आपकी दोनों बेटियां ही हो।।
क्या पता सारी दुनिया को अपनी
सुंदरता के बल पर जीत लेने वाली आपकी अपनी लाडली परी हो।।
क्या पता उसके ये नन्हें औऱ प्यारे
हाथ कल कल उसको मैरीकौम बनाए,,,
सोच बदलिए देश बदलिए,, बेटी की शादी
से ज्यादा उसकी परवरिश और पढ़ाई की फिक्र कीजिए,, बेटी बोझ नहीं है वो तो आपके
सारे बोझ को कम करने वाली है,, आपके दु:खों को कम करने वाली है,,, वो तो आपके साथ कंधे
से कंधा मिलाकर चलने वाली आपकी साथी आपकी हमदर्द आपकी हमसफर है,,।।
No comments:
Post a Comment