पूरा
पढ़ियें और जवाब जरूर दीजिए,,देश से जुड़ी बात हैं!
भारत का
सबसे पूर्वी राज्य ‘अरूणाचल प्रदेश’ ,,सूरज सबसे पहले किरणें इसी घरती को देता हैं,
उसके बाद ही संपूर्ण भारतवर्ष में अपनी झटा बिखेरता हैं,,आज अरूणाचल प्रदेश की बात
इसलिए कर रहा हूँ।
क्यों कि
मैं एक तुलना करना चाहता हूँ , अरूणाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर की----
1-
दोनों ही राज्य सीमावर्ती हैं।
2-
दुर्गम हैं।
3-
सामरिक रूप से महत्वपूर्ण हैं।
4-
दोनों ही राज्यों पर हमारे दुश्मन देश की नजर हैं।
ये चार चीजें तो समान हैं दोनो राज्यों में लेकिन कई ऐसी
चीजें भी हैं जो कि बिल्कुल अलग हैं—
1-
सरकार जितना धन जम्मू और कश्मीर पर खर्च करती है,, उतना अरूणाचल प्रदेश पर
नहीं करतीं।।
2-
जम्मू और कश्मीर में रेल और रोड नेटवर्क को मजबूत करने की दिशा में काफी
काम हो रहा है,, जबकि अरूणाचल प्रदेश के विकास को लेकर सरकार उतनी गंभीर नहीं हैं।।
3-
जम्मू और कश्मीर पर पाकिस्तान की नापाक नजर हैं तो अरूणाचल प्रदेश पर चीन
की,, पाकिस्तान कश्मीर पर कब्जा कर भारत के लिए नई मुसीबत खड़ी करना चाहता है तो
चीन अरूणाचल प्रदेश को जीतकर अपना विस्तार भूटान तक करना चाहता हैं।।
4-
भारत सरकार कश्मीर पर इतना पैसा खर्च करती है और कश्मीर से देश को क्या
मिलता है सिर्फ और सिर्फ धोखा, गोलियां, आतंकवादी हमले और भीतरघात,,,
लेकिन
अरूणाचल प्रदेश के लोगों को आजतक कभी भी भारत विरोधी नारें लगाते या सेना पर हमला
करते नहीं देखा होगा।।
वहां के
लोगो के सामने चमकता हुआ चीन हैं,,जहां उन्हें हर सुविधा मिल सकती हैं,, और चीन
हमेशा से ही वहां के लोगों को ऐसे प्रलोभन देता भी रहता है,, लेकिन ऐसा क्या है कि
सरकार की बेरूखी और चीन के प्रलोभनों के बावजूद अरूणाचल प्रदेश के लोग मजबूती से
अपने देश के साथ खड़े हैं और कश्मीर के लोग हाथों में पत्थर और पिस्तौल लिए अपने
ही देश के खिलाफ खड़े हैं।।
मुझे समझ
नहीं आता कि ये घिनौनी सोच आई कहा से है इन कश्मीर के दंगाईयों में ,,, ।
एक सवाल और
मन को परेशान करता है कि इतनी परेशानियों के बावजूद, विकास न होने के बावजूद,
चीन के डर,
भय और लालच के बावजूद भी अरूणाचल प्रदेश देश के साथ हैं और चीन का डटकर मुकाबला कर
रहा हैं। जवाब तो
मुझे आजतक मिला नहीं कि अरूणाचल के लोगों में इतना देशप्रेम हैं,, वहीं कश्मीरीयों
के मन में इतना देशद्रोह।।
शायद DNA में ही गढ़बढ़ हैं कश्मीरियों के
भारत के लोगो के मेल नहीं खाता,, अगर उनकी रगों में भी भारतीय खून होता तो कभी भी
अपने देश का बुरा नहीं सोचते।।
No comments:
Post a Comment